जयपुर. पूरी दुनिया अब प्रदूषण से मुक्ति पाने की राह पर है. सभी विकसित देश अपने यहां के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को इलेक्ट्रिक वाहनों और बसों पर शिफ्ट कर रहे हैं. भारत में भी इसकी शुरूआत हो चुकी है. देश में दिल्ली में इस वक्त सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें मौजूद हैं. लद्दाख जैसे छोटे राज्य में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के तौर पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू हो चुका है. लेकिन राजस्थान में अभी इसकी शुरुआत नहीं हुई है. परिवहन मंत्री की मानें तो जल्द ही यहां भी यह संभव होगा.
राजस्थान में बढ़ते हुए प्रदूषण को कम करने के लिए अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट को इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर शिफ्ट करने का सही समय आ गया है. लेकिन अभी भी राजस्थान की सड़कों पर ई-रिक्शा को छोड़ दिया जाए तो सभी तरह के पब्लिक ट्रांसपोर्ट पेट्रोल या डीजल पर दौड़ रहे हैं. राज्य सरकार का परिवहन विभाग इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर छूट और सब्सिडी दे रहा है. आम लोग अब धीरे धीरे इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ शिफ्ट कर रहे हैं. लेकिन ऐसे लोगों की तादाद बहुत कम है. राज्य के परिवहन मंत्री प्रेमचंद बैरवा का कहना है जल्द ही प्रदेश में पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती नजर आएंगी.
डेमो के तौर पर होगी इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत
परिवहन मंत्री की मानें तो डेमो के तौर पर राजस्थान में इलेक्ट्रिक बसों की शुरूआत की जाएगी. इस बाबत वो केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मिल चुके हैं. डेमो बस की सफलता से ये तय होगा कि राजस्थान में कितने फेज में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों पर शिफ्ट किया जाए.
निजी इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ रही है
बहरहाल प्रदेश में निजी इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में धीरे धीरे इजाफा जरूर हो रहा है. लेकिन रोडवेज से लेकर प्राइवेट बसें अब भी डीजल इंजन पर दौड़ रही है. हालात ये हैं कि NCR क्षेत्र में तो ऐसी बसों पर बैन तक लगा दिया गया है जो B6 इंजन की नहीं है. लद्दाख जैसा छोटा राज्य इस बात के महत्व को समझ रहा है लेकिन राजस्थान जैसा बड़ा प्रदेश अभी कोसों दूर हैण् अब नजरें नए परिवहन मंत्री पर टिकी हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 23, 2024, 15:03 IST