Delhi . 27 Sep 2024 . Saniya Ansari
राजधानी दिल्ली के शाही ईदगाह के पास आज शाम बड़ी तादाद में लोग जमा होने लगे। व्हाट्सप्प पर लोगो को मैसेज मिला जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग वह पहुंचे।
नई दिल्ली : दिल्ली की शाही ईदगाह पर प्रदर्शन को लेकर फैलाई गई अफवाह को लेकर बड़ी तादाद में लोग वह जमा हो गए और माहौल गरमा गया। इसके बाद परिसर के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया। स्थानीय लोगो के अनुसार कुछ लोग बाहर के आये थे उन्होंने नारेबाजी की और यहाँ से चले गए। फ़िलहाल हालात नियंत्रण में है। वही दिल्ली पुलिस ने लोगो से शांति की अपील की है।
मोबाइल पर आया मैसेज
बताया गया है कि शाम 4 बजे के आसपास व्हाट्सप्प पर बड़ी संख्या में लोगो के मोबाइल पर मैसेज आया और शाही ईदगाह पर प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की गई। इस मैसेज के बाद देखते ही देखते बड़ी तादाद में लोग शाही ईदगाह के पास जमा होने लगे। पुलिस को जब इसकी खबर मिली तो उसने तुरंत करवाई शुरू कर दी। लोगो से बात की और उन्हें समझा बुझा कर वापस भेज दिया। दरअसल ईदगाह के पार्क में रानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति लगाने का विरोध किया जा रहा है।
रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा का विरोध
दरअसल, शाही ईदगाह प्रबंधन समिति ने सदर बाजार स्थित शाही ईदगाह पार्क में रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा लगाने के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट याचिका दाखिल की थी जिस पर सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा था की झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ‘राष्ट्रीय गौरव’ है और इतिहास को ‘साम्प्रदायिक राजनितिक’ आधार पर बाँटना नहीं चाहिए। हाईकोर्ट ने कहा था की समिति का इरादा अदालत के माध्यम से साम्प्रदायिक राजनीति करना है और मामले को धार्मिक रंग दिया जा रहा है।
इतिहास को साम्प्रदायिक राजनीति के आधार पर न बांटे
मनोनीत मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेली की खंडपीठ ने कहा, “इसे धार्मिक रंग दिया जा रहा है। यह गर्व की बात है की आपके पास यह प्रतिमा है। एक तरफ हम महिला सशक्तीकरण की बात कर रहे है। वह सभी धार्मिक सीमाओं से परे एक राष्ट्रीय गौरव है और आप यह धार्मिक आधार पर कर रहे है। इतिहास को साम्प्रदायिक राजनीति के आधार पर न बांटे। “