श्रेया न्यूज़
विभाग गोदमा स्तरीय गेहूं खरीदी को परिवहन में जोडकऱ बता रहा उपलब्धि
शाहडोल• 07 Jun 2024 / 11:14 am• padma mishra
![](https://new-img.patrika.com/cdn-cgi/image/fit=cover,gravity=auto,format=webp,quality=75/https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2024/06/02Sdl01-8.jpg)
विभाग गोदमा स्तरीय गेहूं खरीदी को परिवहन में जोडकऱ बता रहा उपलब्धि
शहडोल. समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी से लेकर परिवहन व किसानों के भुगतान तक की पूरी प्रक्रिया में विभागीय स्तर पर लापरवाही बरतती जा रही है। इतना ही नहीं प्रशासन को भी जानकारी देने में गुमराह किया जा रहा है। 25 मार्च से शुरू हुई सर्मथन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए जिले में 33 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें से अधिकांश गोदाम स्तरीय उपार्जन केन्द्र हैं। जहां सिर्फ गेहूं की खरीदी की जाती है। गोदाम होने के कारण परिवहन नहीं किया जाता है।
वहीं जिन उपार्जन केन्द्रों के पास गोदाम नहीं हैं, वहां से गेहूं का परिवहन किया जाता है। विभाग आंकड़ा बढ़ाने के लिए गोदाम स्तरीय खरीदी केन्द्रों को भी परिवहन में जोड़ रहा है। जबकि दूर दराज के अधिकांश उपार्जन केन्द्रों से गेहूं का उठाव बीते 15 दिनों से नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण खुले आसमान के नीचे गेहूं रखा हुआ है। इसमें अधिकांश जिले के सीमावर्ती क्षेत्र शामिल हैं। वहीं गेहूं खरीदी की अंतिम तिथि 31 मई सेे बढ़ाकर शासन ने अब 25 जून कर दी है।
वहीं जिन उपार्जन केन्द्रों के पास गोदाम नहीं हैं, वहां से गेहूं का परिवहन किया जाता है। विभाग आंकड़ा बढ़ाने के लिए गोदाम स्तरीय खरीदी केन्द्रों को भी परिवहन में जोड़ रहा है। जबकि दूर दराज के अधिकांश उपार्जन केन्द्रों से गेहूं का उठाव बीते 15 दिनों से नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण खुले आसमान के नीचे गेहूं रखा हुआ है। इसमें अधिकांश जिले के सीमावर्ती क्षेत्र शामिल हैं। वहीं गेहूं खरीदी की अंतिम तिथि 31 मई सेे बढ़ाकर शासन ने अब 25 जून कर दी है।
165639 मेट्रिक टन गेहूं की हुई खरीदी
जिले में इस बार 66500 हेक्टेयर में गेंहू की बोनी की गई थी। समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री के लिए 10826 किसानों ने पंजीयन कराया था। जिसमें 25 मार्च से अबतक की स्थिति में 4931 किसानों से 16563.9 मेट्रिक टन गेंहू की खरीदी की जा चुकी है। शेष किसान अब भी अपनी उपज बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। वहीं कुल खरीदी में 14687.4 मेट्रिक टन गेहूं का परिवहन होना बताया जा रहा है। जिसमें गोदाम स्तर पर रखे गेहूं की मात्रा को जोड़ा गया है। विभाग परिवहन के लिए शेष 1876.5 मेट्रिक टन गेहूं बता रहा है। जबकि हकीकत यह है कि बीते 15 दिनों से उपार्जन केन्द्रों से गेहूं के उठाव के लिए वाहन ही नहीं पहुंच रहे हैं। जिसके कारण खुले आसमान के नीचे अनाज पड़ा हुआ है। वहीं रविवार से आसमान में बादल छाने लगे हैं, ऐसे में अगर बारिश होती है तो बड़ा नुकासान हो सकता है।
जिले में इस बार 66500 हेक्टेयर में गेंहू की बोनी की गई थी। समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री के लिए 10826 किसानों ने पंजीयन कराया था। जिसमें 25 मार्च से अबतक की स्थिति में 4931 किसानों से 16563.9 मेट्रिक टन गेंहू की खरीदी की जा चुकी है। शेष किसान अब भी अपनी उपज बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। वहीं कुल खरीदी में 14687.4 मेट्रिक टन गेहूं का परिवहन होना बताया जा रहा है। जिसमें गोदाम स्तर पर रखे गेहूं की मात्रा को जोड़ा गया है। विभाग परिवहन के लिए शेष 1876.5 मेट्रिक टन गेहूं बता रहा है। जबकि हकीकत यह है कि बीते 15 दिनों से उपार्जन केन्द्रों से गेहूं के उठाव के लिए वाहन ही नहीं पहुंच रहे हैं। जिसके कारण खुले आसमान के नीचे अनाज पड़ा हुआ है। वहीं रविवार से आसमान में बादल छाने लगे हैं, ऐसे में अगर बारिश होती है तो बड़ा नुकासान हो सकता है।
1706 किसानों को अब तक नहीं हुआ भुगतान
जिले के 33 उपार्जन केन्द्रों में 4931 किसानों से अबतक हुई गेहूं खरीदी के विरुद्ध किसानों को 39.75 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना है। लेकिन परिवहन न होने व विभागीय जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण 31 मई की स्थिति में सिर्फ 3225 किसानों को कुल 27.68 करोड़ का भुगतान हो पाया है। वहीं 1706 किसानों को 12.07 करोड़ रुपए का भुगतान होना शेष है। जिसका प्रमुख कारण उपार्जन केन्द्रों से गेहूं का परिवहन न होना बताया जा रहा है।
&गेहूं का परिवहन लगभग 89 प्रतिशत हो चुका है, 1-2 उपार्जन केन्द्र ही ऐसे हैं जहां से अभी परिवहन होना शेष है। किसानों को भुगतान लगातार हो रहा है।
मधुर खर्द, प्रभारी डीएम नान
जिले के 33 उपार्जन केन्द्रों में 4931 किसानों से अबतक हुई गेहूं खरीदी के विरुद्ध किसानों को 39.75 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना है। लेकिन परिवहन न होने व विभागीय जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण 31 मई की स्थिति में सिर्फ 3225 किसानों को कुल 27.68 करोड़ का भुगतान हो पाया है। वहीं 1706 किसानों को 12.07 करोड़ रुपए का भुगतान होना शेष है। जिसका प्रमुख कारण उपार्जन केन्द्रों से गेहूं का परिवहन न होना बताया जा रहा है।
&गेहूं का परिवहन लगभग 89 प्रतिशत हो चुका है, 1-2 उपार्जन केन्द्र ही ऐसे हैं जहां से अभी परिवहन होना शेष है। किसानों को भुगतान लगातार हो रहा है।
मधुर खर्द, प्रभारी डीएम नान
![Shreya News](https://secure.gravatar.com/avatar/a5a065e704a27c42b0269c106c30bc01?s=96&r=g&d=https://www.shreyanews.in/wp-content/plugins/userswp/assets/images/no_profile.png)