श्रेया न्यूज़
झींक बिजुरी अस्पताल में डॉक्टर न होने की वजह से एक चार वर्ष के मासूम की मौत हो गई है। परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया है कि अस्पताल में डॉक्टर नहीं थे और मौजूद स्टॉफ ने मासूम को गलत इलाज दे दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
Shahdol.20May 2024 10:49 AM. padma mishra.
शहडोल जिले के झींक बिजुरी चौकी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मामरा में सर्प दंश से एक चार वर्षीय मासूम की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, सौरभ केवट चार साल पिता संतोष केवट घर के आंगन में खेल रहा था। इसी दौरान उसे जहरीले सर्प ने डस लिया, जिसके बाद परिजन बच्चे को झींक बिजुरी अस्पताल लेकर आए। जहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। लेकिन अस्पताल कर्मियों द्वारा बच्चे को एक ड्रिप लगाई गई। लेकिन उसके कुछ देर बाद बच्चे की हालत और बिगड़ने लगी, जिसके बाद उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। लेकिन यहां पहुंचने से पहले ही रास्ते में बच्चे की मौत हो गई।
मासूम सौरभ के पिता संतोष केवट ने आरोप लगाते हुए बताया है कि झींक बिजुरी अस्पताल में डॉक्टर नहीं थे, मौजूद स्टॉफ ने गलत ड्रिप लगाया, जिसकी वजह से उसकी तबीयत अचानक बिगड़ती चली गई। तत्काल उसे वहां से शहडोल रेफर किया गया, जिसकी रास्ते में ही मौत हो गई।
परिजनों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद 10 मिनट के अंदर ही मासूम को अस्पताल लेकर पहुंचे थे। अगर अस्पताल में डॉक्टर मौजूद होता और सही इलाज मासूम को मिल जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एके लाल ने बताया कि झींक बिजुरी अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति के लिए शासन को पत्र भेजा गया है, जल्द वहां डॉक्टर की पदस्थापना कराई जाएगी।