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Lok Sabha Election 2024: गुना-शिवपुरी लोकसभा के साथ ही ग्वालियर-चंबल में प्रचार कर रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया से पत्रिका की खास बातचीत…।
भोपाल•May 04, 2024 / 11:45 am•
bjp candidate jyotiraditya scindia: गुना लोकसभा सीट (guna lok sabha) इस बार भी हॉट बनी हुई है। वजह है, यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) का चुनाव लडऩा। पांच साल पहले भी वे यहीं से मैदान में थे। तब कांग्रेस के चिह्न और झंडे का साथ था, इस बार भाजपा के कमल पर सवार हैं। उनका चुनाव अभियान सुबह करीब नौ बजे से शुरू हो रहा है और रात दो बजे तक वे व्यस्त रहते हैं। वे ग्वालियर-चंबल की चारों सीटों पर प्रचार कर रहे हैं। सबसे अधिक समय खुद की सीट पर दे रहे हैं।
प्रचार के दौरान ही ग्वालियर से भिंड जाते हुए पत्रिका मध्यप्रदेश के राज्य संपादक विजय चौधरी के साथ उन्होंने कुछ समय बिताया। खुलकर बातें हुईं। वे कभी एकदम भावुक हो जाते हैं तो कभी गुस्से से तमतमा जाते हैं। मां माधवी राजे सिंधिया (madhavi raje scindia) अस्पताल में भर्ती हैं। वे फोन पर डॉक्टरों से लगातार संपर्क कर हाल जानते रहते हैं। मां की तबीयत पूछने पर कहते हैं, क्या करें एक तरफ चुनाव तो दूसरी ओर मां का इलाज है। दोनों जरूरी हैं।
कोशिश करता हूं सीधे डॉक्टरों के संपर्क में रहूं। मगर जैसे ही कमलनाथ, दिग्विजय सिंह या राहुल-प्रियंका गांधी से जुड़ा सवाल करो, वे दृढ़ता से जवाब देते हैं। कांग्रेस के प्रति मन में बेहद गुस्सा है और कहते हैं, ‘दीमक लग गया है, कांग्रेस खुद को खा रही है।’ और जब बेटे महानआर्यमन (mahanaryaman scindia) की बात करें तो चेहरे पर खुशी आ जाती है। कहते हैं, ‘वे अपना रास्ता खुद बना रहे हैं।’
वोटिंग प्रतिशत नीचे जा रहा है। आपके क्षेत्र में क्या उम्मीद, क्या तैयारी है?
सिंधिया: यह सबकी चिंता है। हमारी कोशिश है जनता को वोटिंग के लिए प्रेरित करें। हर वोट हमारे लिए सोने जैसा है। सबका आशीर्वाद चाहिए। चुनाव आयोग भी कोशिश में है। मैं फिर भी बताना चाहता हूं। हमारे देश में सबसे कम मतदान भी दुनिया के विकसित देशों के सर्वाधिक मतदान से अधिक है। अमरीका, जर्मनी, इंग्लैंड से तुलना करें। मतलब यह नहीं कि बढ़ाया न जाए। बढ़ाना ही चाहिए।
अभी भाजपा ने कांग्रेस के दो विधायकों को तोड़ा, आगे और भी छोड़ सकते हैं?
सिंधिया: कांग्रेस को दीमक लग गया। वह खुद को खा रही है। कांग्रेस विचारधारा और मानव संसाधन से कंगाल हो गई, देश हित में नीतियां बनाने और प्रत्याशियों के मुद्दे पर कंगाल हो गई। वे पार्टी छोड़ रहे हैं। कार्यकर्ता की पहचान और समान खत्म हो गया।
प्रियंका व राहुल गांधी भाषणों में कह रहे हैं हमारे घोषणा-पत्र में विरासत टैक्स की बात नहीं है। वे कहते हैं हमें विरासत में जायदाद नहीं, शहादत मिली है?
सिंधिया: शहादत की बात की कभी मार्केटिंग नहीं की जाती। वे शहादत की मार्केटिंग कर रहे हैं। विरासत की बात उनके घोषणापत्र में जरूर है।
गुना में यादव वोट अहम हैं, इस बार भी मुकाबला कांग्रेस के यादव प्रत्याशी से है। समीकरण कैसे सुलझा रहे हैं?
सिंधिया: सिंधिया परिवार सबका और सब सिंधिया परिवार के हैं। यहां जात-पात की राजनीति नहीं हुई। कांग्रेस जाति की राजनीति करना चाहती है तो स्वागत है। हम विकास के आधार पर खड़े हैं। मैं 17 साल का हिसाब लेकर जनता के बीच जा रहा हूं। मैंने, मेरे पिता माधवराव जी, आजी अम्मा विजयाराजे सिंधिया ने काम किया है।